निस्केयर - एक परिचय
राष्ट्रीय विज्ञान संचार तथा सूचना स्रोत संस्थान (निस्केयर), राष्ट्रीय विज्ञान संचार संस्थान तथा भारतीय राष्ट्रीय वैज्ञानिक प्रलेखन केन्द्र (इंसडॉक) के दिनांक 30 सितम्बर, 2002 को हुए विलय के पश्चात अस्तित्व में आया। निस्कॉम तथा इंसडॉक दोनों ही वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद(सीएसआईआर) के प्रमुख संस्थान थे जो वैज्ञानिक तथा प्रौद्योगिक सूचना (एस एंड टी) के प्रलेखन तथा प्रचार-प्रसार के लिये समर्पित थे।
निस्कॉम पिछले छह दशकों से अस्तित्व में था (पहले वैज्ञानिक औद्योगिक अनुसंधान परिषद की दो प्रकाशन इकाइयों, जिनका विलय कर प्रकाशन विभाग बना दिया गया तथा बाद में जिसका पुनर्नाम प्रकाशन एवं सूचना निदेशालय किया गया तथा वर्ष 1996 में निस्कॉम रखा गया)। पिछले कुछ वर्षों से निस्कॉम ने अपने कार्यकलापों में व्यापक परिवर्तन किये है तथा अपने सूचना उत्पादों जैसे अनुसंधान तथा लोकप्रिय विज्ञान पत्रिकाओं, विश्वकोश प्रकाशनों, मोनाग्राफों, पुस्तकों तथा सूचना सेवाओं के द्वारा यह अनुसंधानकर्ताओं, विद्यार्थियों, उद्यमियों, उद्योगपतियों, कृषकों, नीति निर्धारकों तथा जनसामान्य तक पहुंचने में सफल रहा है।
इंसडॉक 1952 में अस्तित्व में आया तथा अपनी असंख्य गतिविधियों जैसे सारांश तथा इंडेक्सीकरण, डेटाबेसों का अभिकल्पन तथा विकास, अनुवाद, पुस्तकालय स्वचलन, अन्तरररष्ट्रीय सूचना स्रोतों पर सुलभता प्रदान करना, मानव संसाधन विकास, आधुनिक पुस्तकालय सह सूचना केन्द्रों को बनाने के लिए परामर्शी सेवाएं प्रदान करना इत्यादि द्वारा विज्ञान तथा प्रौद्योगिक सेवाएं प्रदान करने में संलग्न था। इंसडॉक में राष्ट्रीय विज्ञान पुस्तकालय तथा सार्क प्रलेखन केन्द्र भी समाहित थे।
अब, निस्केयर के निर्माण के साथ ही, उपर्युक्त सभी बहुमुखी गतिविधियों का समागम हो गया है, जिससे निस्केयर के रूप में एक ऐसे संस्थान का उद्भव हुआ है, जो आधुनिकतम आईटी अवसंरचना का प्रयोग कर अधिक प्रभावशाली रूप से समाज की सेवा करने तथा विज्ञान संचार, प्रचार-प्रसार तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिक सूचना प्रबन्धन प्रणाली एवं सेवाओं के क्षेत्र में नये आयामों को स्थापित करने में सक्षम है। मुख्य रूप से निस्केयर की केन्द्रीय गतिविधि पारम्परिक तथा आधुनिक तरीकों के सामंजस्य द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिक (एस एंड टी) सूचना के एकत्रण संग्रहण प्रकाशन तथा प्रचार-प्रसार की होगी, जो समाज के विभिन्न वर्गों के लिये लाभदायक होगी।
उद्देश्य
देश में विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी की सामयिक तथा पारम्परिक ज्ञान प्रणाली पर उपलब्ध सभी सूचना स्रोतों का मुख्य संरक्षक बनना तथा सर्वाधिक उपयुक्त प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके सभी स्तर के विविध संघटकों में विज्ञान संचार को प्रोत्साहित करना बढ़ावा देना।
निस्केयर - अधिदेश
· विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान पत्रिकाओं के रूप में वैज्ञानिक समुदाय में औपचारिक संचार संपर्क प्रदान करना
· जनमानस, विशेषकर स्कूल के विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि जाग्रत करने के लिए विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी सूचना का प्रचार-प्रसार करना
· देश की पादप एवं खनिज सम्पदा तथा औद्योगिक अवसंरचना पर सूचना का संग्रहण, परितुलन/सम्पादन/समवलोकन तथा प्रचार-प्रसार करना
· सूचना प्रबन्धन में विशेषकर विज्ञान संचार तथा पुस्तकालयों के आधुनिकीकरण के संदर्भ में सूचना प्रौद्योगिकी अनुप्रयोगों को सक्रिय रूप से बढ़ाना
· समय पर संबंधित तथा सही सूचना की सुलभता प्रदान कर आर्थिक, सामाजिक, औद्योगिक, वैज्ञानिक तथा वाणिज्यक विकास को आगे बढ़ाने के लिए एक सुविधा प्रदाता के रूप में कार्य करना।
· निस्केयर के समूप लक्ष्यों तथा उद्देश्य वाले अन्तरराष्ट्रीय संस्थानों तथा संगठनों के साथ सहयोग करना
· निस्केयर के उद्देश्य के साथ सामंजस्य वाली अन्य गतिविधियां
Ref-
http://www.niscair.res.in/niscairhindi/home.asp
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